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खबौनी / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'

नाना कथा-कहानी कहतै
तोता-मैना, नानी कहतै
दादा हमरा साथें रहतै
दादी परी कहानी कहतै।

छुट्टी मेॅ मस्ती तब आबै
पापा जब आलू-चप लाबै
छठ परबों मेॅ मैया सहतै
हमरा, टाभ, खबौनी लहतै।