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गवर / अर्जुनदेव चारण
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अर्जुनदेव चारण
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घर तौ एक नाम है भरोसै रौ
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गवन नै
कदेई घर नीं मिळै मां
मिळै मिन्दर
कै समन्दर
इण सपनै नै
मती सूंप
आंखियां