Last modified on 21 मई 2011, at 01:54

गाँधी-शास्त्री / दीनदयाल शर्मा

गाँधी-शास्त्री सबके प्यारे
हम सबके हैं राज दुलारे ।
हम सब सीखें इनसे जीना,
ये हैं सबकी आँख के तारे ।

संकट में ना ये घबराएँ
सत्य अहिंसा हमें सिखाएँ
चलें सभी हम इनके पद पर,
जीवन के हों वारे-न्यारे....