कत्ते सुन्दर अभियो गाँव
उजरोॅ चादर अभियो गाँव।
शहर हेनोॅ कुछ-कुछ चेहरा
खादी-खद्दर अभियो गाँव।
एत्तेॅ दिन आजादी भेलै
भटकै दर-दर अभियो गाँव।
एत्तेॅ-एत्तेॅ दुख सहलौ पर
देखोॅ फर-फर अभियो गाँव।
कत्ते सुन्दर अभियो गाँव
उजरोॅ चादर अभियो गाँव।
शहर हेनोॅ कुछ-कुछ चेहरा
खादी-खद्दर अभियो गाँव।
एत्तेॅ दिन आजादी भेलै
भटकै दर-दर अभियो गाँव।
एत्तेॅ-एत्तेॅ दुख सहलौ पर
देखोॅ फर-फर अभियो गाँव।