डॉ.गिरिराजशरण अग्रवाल
जन्म :
14 जुलाई 1944
जन्मस्थान :
संभल (मुरादाबाद) उ.प्र.।
शिक्षा :
एम.ए., पी-एच.डी.(हिदी), आगरा विश्वविद्यालय।
पत्रकारिता :
प्रधान संपादक ‘शोध दिशा’; विशिष्ट प्रतिनिधि (बिजनौर एवं दिल्ली) चिगारी (हिदी दैनिक); संरक्षक, उ.प्र. श्रमजीवी पत्रकार यूनियन (पंजीकृत), शाखा बिजनौर।
संस्था-संबद्धता:
सचिव, हिदी साहित्य निकेतन, पूर्व मंडलाध्यक्ष, रोटरी अंतर्राष्ट्रीय मंडल 3100; सदस्य, भारतीय हिदी परिषद् इलाहाबाद (उ.प्र.), सदस्य, अखिल भारतीय हिदी प्रकाशक संघ, दिल्ली; पूर्व उपाध्यक्ष, इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी आफ़ इंडिया, बिजनौर चैप्टर।
विधाएँ :
गीत, गजल, कहानी, एकांकी, निबंध, हास्य-व्यंग्य, बालसाहित्य एवं समालोचना।
प्रकाशित साहित्य : गज़ल संकलन: सन्नाटे में गूँज, भीतर शोर बहुत है, मौसम बदल गया कितना, रोशनी बनकर जिओ, शिकायत न करो तुम, आदमी है कहाँ; नाट्य साहित्य : मंचीय व्यंग्य एकांकी, ग्यारह नुक्कड़ नाटक, नीली आँखें, बच्चों के शिक्षाप्रद नाटक, बच्चों के रोचक नाटक, बच्चों के हास्य नाटक; कविता संग्रह : मैं अक्षर हूँ; हास्य-व्यंग्य : बाबू झोलानाथ, राजनीति में गिरगिटवाद, मेरे इक्यावन व्यंग्य, मेरी हास्य-व्यंग्य कवितायें; ललित निबंध : समय एक नाटक; सामाजिक साहित्य : दंगे : क्यों और कैसे, आतंकवाद : क्यों और कैसे, नारी : दशा और दिशा, मानवाधिकार : दशा और दिशा, पर्यावरण : दशा और दिशा; आओ अतीत में चलें; शोध साहित्य : शोध संदर्भ (पाँच खंडों में), हिन्दी साहित्यकार संदर्भ कोश (दो खंड), ग़ज़ल और उसका व्याकरण; उपन्यास : क्रांतिवीर सुभाष; कहानी संकलन : जिज्ञासा एवं अन्य कहानियाँ, इक्कीस कहानियाँ: कोश : हिंदी-हिंदी शब्दकोश, अँग्रेज़ी-हिंदी कोश, हिंदी-अँग्रेज़ी कोश, अँग्रेज़ी-अँग्रेज़ी हिंदी कोश, हिंदी समांतर कोश: संपादन : पिचहत्तर से अधिक पुस्तकों का संपादन; पत्रकारिता: शोध दिशा त्रैमासिक का संपादन
पुरस्कार-सम्मान :
उ.प्र. युवा साहित्यकार संघ द्वारा ‘सरस्वतीश्री’ (1982); तुलसी पीठ कासगंज द्वारा ‘विद्यावारिधि’ (1984); विक्रमशिला हिदी विद्यापीठ गांधीनगर द्वारा ‘विद्यासागर’ (1984); रोटरी अंतर्राष्ट्रीय द्वारा अनुशंसा पुरस्कार (1984); व्यंग्य कृति ‘बाबू झोलानाथ’ पर उ.प्र. हिदी संस्थान लखनऊ का अनुशंसा पुरस्कार (1998); डा.रत्नलाल शर्मा स्मृति न्यास, दिल्ली का श्रीमती रतन शर्मा बालसाहित्य पुरस्कार (1999), मानवाधिकार : दशा और दिशा पुस्तक पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली (भारत सरकार) का प्रथम पुरस्कार (1999), व्यंग्य कृति ‘राजनीति में गिरगिटवाद’ पर उ.प्र. हिदी संस्थान लखनऊ का अनुशंसा पुरस्कार (2000); ‘आओ अतीत में चलें’ पुस्तक पर उत्तर प्रदेश हिदी संस्थान का सूर पुरस्कार (2001); ‘समन्वय’ सहारनपुर द्वारा सारस्वत सम्मान (2003); ‘मंचीय व्यंग्य एकांकी’ पर 10,000 रुपए का राष्ट्रधर्म गौरव सम्मान (2005); उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ द्वारा 100,000 रुपये का ‘साहित्य भूषण’ सम्मान (2008), केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय (मानव संसाधन मंत्रालय, नई दिल्ली) द्वारा 100,000 रुपये का “शिक्षा पुरस्कार” (2008)
संपर्क: 16 साहित्य विहार, बिजनौर, उत्तर प्रदेश 246701
Email : giriraj3100@gmail.com