सब कुछ इसके सामने होता है
इसका टिकटिकाना देर तक गूँजता है
यही इसकी पुकार है चुप्पी में
यही इसका विरोध
सब कुछ देखने वाली घड़ी
कभी गवाही नहीं देती ।
सब कुछ इसके सामने होता है
इसका टिकटिकाना देर तक गूँजता है
यही इसकी पुकार है चुप्पी में
यही इसका विरोध
सब कुछ देखने वाली घड़ी
कभी गवाही नहीं देती ।