आवाज़ करती
टूटने वाली चीज़ों ने
कभी दुखी नहीं किया मुझे
घबराती हूँ
बिना आवाज़ की टूटन से
जो घुन सी खा जाती है
आदमी को।
आवाज़ करती
टूटने वाली चीज़ों ने
कभी दुखी नहीं किया मुझे
घबराती हूँ
बिना आवाज़ की टूटन से
जो घुन सी खा जाती है
आदमी को।