♦ रचनाकार: अज्ञात
भारत के लोकगीत
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चिडिया चटाचट बोले, पटापट बोले,
बधायो मेरे अँगना में डोले॥-2
पहलो बधायो ससुर घर आयो,
सासु न मुख से बोले, बधायो मेरे अँगना में डोले॥ चिडिया...
दूजो बधायो जेठ...