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जनपथ-राजपथ / अज्ञेय

 
राष्ट्रीय राजमार्ग के बीचो-बीच बैठ
पछाहीं भैंस
जुगाली कर रही है :
तेज़ दौड़ती मोटरें, लारियाँ,
पास आते सकपका जाती हैं,
भैंस की आँखों की स्थिर चितवन के आगे
मानो इंजनों की बोलती बन्द हो जाती है।
भैंस राष्ट्रीय पशु नहीं है।
राष्ट्रीय राजमार्ग, प्रादेशिक पशु :
योजना आयोग वाले करें तो क्या करें?
बिचारे उगाते हैं
आयातित रासायिनक खाद से
अन्तर्राष्ट्रीय करमकल्ले।

नयी दिल्ली, 11 अगस्त, 1968