निषिद्ध
हैं कुछ शब्द
जीवन में
जैसे कुछ
जगहें
अंधी कोई
बावड़ी
जैसे
सिसकी अधूरी
सूना
आकाश
व्यक्त हो जिनमें तुम
जहाँ होना लिखा है तुम्हारा
निषिद्ध
हैं कुछ शब्द
जीवन में
जैसे कुछ
जगहें
अंधी कोई
बावड़ी
जैसे
सिसकी अधूरी
सूना
आकाश
व्यक्त हो जिनमें तुम
जहाँ होना लिखा है तुम्हारा