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जागरण / त्रिलोक सिंह ठकुरेला

उठो सुबह सूरज से पहले,
नित्य कर्म से निवृत हो लो।
नित्य नहाओ ठण्डे जल से,
पढ़ने बैठो, पुस्तक खोलो॥

करो नाश्ता,कपड़े बदलो,
सही समय जाओ स्कूल।
करो पढ़ाई खूब लगा मन,
इसमें करो न बिल्कुल भूल॥

खेलो खेल शाम को प्रति दिन
तन और मन होंगे बलवान।
ठीक समय से खाना खाओ,
फिर से पढ़ो, बढ़ाओ ज्ञान॥

द्वार प्रगति के खुल जायेंगे,
करो हौंसला,लगन लगाओ।
लक्ष्य पास में ही पाओगे
बढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ॥