Last modified on 28 मई 2010, at 15:24

जागा जग / लीलाधर मंडलोई

सुबह-सुबह
एक बच्चा बेच आया घरो-घर
ढेर से अखबार

सुबह-सुबह
एक बच्चा देख आया बागीचों में
हँसते हुए सुर्ख गुलाब

सुबह-सुबह
एक बच्चा दौड़ आया
मैदान में ताकत भर तेज

सुबह-सुबह
एक बच्चा कर आया दर्ज चेतावनी
टी.वी. पर नाटो के विरूद्ध

सुबह-सुबह जागा जग कई बरस बाद