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झगडू़-तगडू़ / अमरेन्द्र

जखनी झगड़ू-तगडू़ आबै
केकरौ कुछुवो कहाँ सुहाबै
बात-बात में खट-खट-खट
एक्के बात केॅ लै केॅ रट
हेकरोॅ अलगे घुघुआ-घू
मौका पैथें थप्पड़-थू
टोला भर छै नाको दम
झगडू-तगडू, बम-बम-बम।