Last modified on 29 मई 2018, at 17:49

टिल्लो / मोहम्मद सद्दीक

कुण जाणै
कद कुण
मिनखां जूण नै
ऊंचली टेकरी स्यूं टिल्लो दियो।
टिल्लो लागताईं
मानखो दड़ो दाईं
गुड़तो-रूड़तो गुलेची खावतो
आवतो जावै
ऊपर ऊं नीचली ठौड़ पण जिक्को पगां पांण
आपरी हिम्मत रै तांण
मारगै रै भाटा ठिडां ऊं
भचभेड़ो खाय
अड़ै, लड़ै, अटकै
चाल पड़ै सामो सामनो करणनै
ऊंचली ऊंचाई कानी
जाय बैठै टेकरी री छाती माथै
गीतां नै गुंजाणनै
अळगोजा बजाण नै।