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डाळी / सुन्दर नौटियाल

 
यौं डाल्यों तैं बचावा, यौं डाल्यों थैं संमाळा ।
यौं रोपा यौं पर्वाआ, यौ सैंता यौं थैं पाळा ।

यौंकि माटी पर जकड़ छा, यौंकि पाणी पर पकड़ छा -2
माटी थैं पकड़ी लेंद, न बगण देंद पाणी ।
यौं डाल्यों तैं बचावा.................... ।
यौं रोपा यौं पर्वाआ .........................।
यी दिन म बणौंदीन खाणु, हम सबुका हिस्सा जु आणु -2
यी प्राण हवा छोड़दीन, ज्यांसि चलदू जीवन प्राणी ।
यौं डाल्यों तैं बचावा.................... ।
यौं रोपा यौं पर्वाआ .........................।

यौंका जड़ तना पति फल फूल, धरती पर जिवन कु मूल -2
घास, लखड़ा, पाणी देंदा, देंदा जड़ि बुटि औषद दानी ।
यौं डाल्यों तैं बचावा.................... ।
यौं रोपा यौं पर्वाआ .........................।

यौं पर पोथलों कु कुल्यौं छा, कति जीवों कु घरबस्यौं छा -2
यौंकि ढोढ जड़यौं मा रैक, पळणा न कै-कै प्राणी ।
यौं डाल्यों तैं बचावा.................... ।
यौं रोपा यौं पर्वाआ .........................।

यौं काटा न आरी चलावा, यीं धरती थैं बचावा -2
राली डाळी बचीं धरती पर तबि राली हवा-पाणी ।
यौं डाल्यों तैं बचावा.................... ।
यौं रोपा यौं पर्वाआ .........................।