गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 28 अप्रैल 2009, at 02:59
तीन अपाहिज / गिरधर राठी
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
गिरधर राठी
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
कुल जमा तीन पात्र
होंठ, कान, आँख
तीनों अपंग
नेपथ्य हाथ भाँजता रह गया