Last modified on 4 फ़रवरी 2009, at 22:17

तेरी यादें / रंजना भाटिया

दिल में
दबी हुई
कुछ अंतिम साँस जैसी

कोई कब्रगाह मिले

तो इनको
चुपके से दफ़ना दूँ !