गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 17 अक्टूबर 2013, at 11:01
थार-1 / मीठेश निर्मोही
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
मीठेश निर्मोही
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
पल में पसरै
छिण में तण जावै
रमतोड़ौ
उणियारा बदळै
थूं।
लागै
मिनखां सूं
धरमेलौ
कर लीन्हौ
थूं।