वो तुम्हें फिर भी तन्हा करेंगे
उन्हें आजादख्याली पसंद नहीं
तुम अपना नाम कुछ भी रखो
वह उन्वान का अर्थ पूछेंगे
वह तुम्हारी मुस्कराहटों का मोल
पीड़ा की वजहें पूछेंगे
वह चाँद पर फिदा लोग
चाँद को दाग़दार कहेंगे!S
वो तुम्हें फिर भी तन्हा करेंगे
उन्हें आजादख्याली पसंद नहीं
तुम अपना नाम कुछ भी रखो
वह उन्वान का अर्थ पूछेंगे
वह तुम्हारी मुस्कराहटों का मोल
पीड़ा की वजहें पूछेंगे
वह चाँद पर फिदा लोग
चाँद को दाग़दार कहेंगे!S