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दीप-माला / महेन्द्र भटनागर
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आज घर-घर छा रहा उल्लास !
भर हृदय में प्रीत
मधु मदिर संगीत
आज घर-घर दीपकलिका वास !
नव सुनहरा गात
जगमगाती रात
आज घर-घर जा लुटाती हास !
कर रमन शृंगार
भर उमंग विहार
आज घर-घर दीप-माला रास !