जनाब !
जन्म से लेकर अब तक
आप
रह गए न वहीं के वहीं,
अपने खूँटे में गिरफ़्तार !
ज़रा सुनिए-
मिनट भर में दो इंच होती है
एक घोंघे की रफ़्तार ।
जनाब !
जन्म से लेकर अब तक
आप
रह गए न वहीं के वहीं,
अपने खूँटे में गिरफ़्तार !
ज़रा सुनिए-
मिनट भर में दो इंच होती है
एक घोंघे की रफ़्तार ।