Last modified on 10 मई 2014, at 06:53

दोय / नंदकिशोर सोमानी ‘स्नेह’

थूं कैयो-
म्हैं थारै साथै हूं
अर म्हैं कर लियो भरोसो।
पण म्हनैं कांई ठाह हो उण बगत
ठगी रै सब सूं लूंठै घोसणा-पत्र माथै
दसखत कर रैयो हूं।