ज़िन्दगी की कमीज़ के
दोनों सिरों पर लगे
काज और बटन की तरह हैं हम
वक़्त को
जब झुरझुरी आती है
इस कमीज़ को ढूंढ़ कर
पहन लेता है
ज़िन्दगी की कमीज़ के
दोनों सिरों पर लगे
काज और बटन की तरह हैं हम
वक़्त को
जब झुरझुरी आती है
इस कमीज़ को ढूंढ़ कर
पहन लेता है