Last modified on 1 अप्रैल 2018, at 15:15

धाड़ैती: 1 / मीठेश निर्मोही

खोस लेसी
थारै सूं
थारा हाथ
हळ-बळद
खेत अर
खाद
अठै तांई
थारी
जात।

थारा पुन्न साटै
वां रा पाप
क्यूं,
के
पइसौ ई
हुयग्यौ है
सगळां रै
माई-बाप !