Last modified on 9 सितम्बर 2011, at 16:09

नतीजे / हरीश बी० शर्मा


हर दिन के नतीजे
विश्वास को जलते
संशय को पलते
जनाजा सार्थकता का
संवेदनाओं की सिसकी
सूना दरबार
कसकते शब्द-सिमटता अखबार
घिसटते विचार-दो और दो चार
पाला बदलने के समाचार
इसके बाद उपसंहार
फिर
नए दिन का इंतजार।