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नास्तिक / लीलाधर मंडलोई

हत्‍यारा किराए का था
उसे नहीं मालूम हत्‍या की वजह
मरने वाला एक जीवित इकाई था
और उसकी कीमत तय

एक अंधेरा था आत्‍मा पर
जो बाजार के वर्चस्‍व का प्रतिफल

कहा गया जो मारा गया
शनि का शिकार हुआ
मरना उसे इसलिए पड़ा कि वह नास्तिक था
और बाकायदा पार्टी का कार्ड होल्‍डर

वरन् क्‍या मुश्किल था
न सही लोग ईश्‍वर तो बचा ही लेता