हरखीज रैयो है
आखो जगत
कै चांद माथै पूगग्यो आदमी
अबै
आ बात अलायदी है
कै बींनै रैवणो कोनी आवै
धरती माथै
भर कोनी सकै बो
सांस अर सांस बिच्चै बापरियोड़ी
थोथ !
हरखीज रैयो है
आखो जगत
कै चांद माथै पूगग्यो आदमी
अबै
आ बात अलायदी है
कै बींनै रैवणो कोनी आवै
धरती माथै
भर कोनी सकै बो
सांस अर सांस बिच्चै बापरियोड़ी
थोथ !