ओ ! हरे पाखी
जबसे हुए हो तुम
मेरे प्रियतम
तबसे
ईश्वर विराजता है
वहीं ऊपर
आकाश में ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह
ओ ! हरे पाखी
जबसे हुए हो तुम
मेरे प्रियतम
तबसे
ईश्वर विराजता है
वहीं ऊपर
आकाश में ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह