औरों की तरह पेडो़ को भी
ईश्वर से शिकायत है
शिकायत है कि
ईश्वर ने उसे पेड़ क्यों बनाया ?
अगर बनाया ही तो
क्यों नहीं दिए हाथ-पैर-जुबान
ताकि डटकर कुल्हाड़ियों का सामना कर सकते
कर सकते जबाब-तलब
आदमी से आदमी की तरह !
ख़ैर, जो दिया सो दिया
इतना तो कर ही सकता है ईश्वर अभी भी
कि उस आदमी के हाथों का फल-फूल
स्वीकार नहीं करे कभी
जिन हाथों ने कभी कोई फल-फूल तक के
पेड़ नहीं लगाए !