पेड़ कहाँ नहीं है
जंगल नदी पहाड़ से लेकर
घर के आगे-पीछे और
सड़कों के किनारे-किनारे तक
जहाँ जाओ वहाँ
दिख ही जाता है कोई न कोई पेड़
क्योंकि पेड़ जानता है
कि आदमी को हर कहीं उसकी ज़रूरत पड़ती है
इसलिए हर जगह उपस्थित होता है वह उसके लिए
पेड़ कहाँ नहीं है
जंगल नदी पहाड़ से लेकर
घर के आगे-पीछे और
सड़कों के किनारे-किनारे तक
जहाँ जाओ वहाँ
दिख ही जाता है कोई न कोई पेड़
क्योंकि पेड़ जानता है
कि आदमी को हर कहीं उसकी ज़रूरत पड़ती है
इसलिए हर जगह उपस्थित होता है वह उसके लिए