चौथाई दरवाजा खोल
निमिष भर नेह से निहारा क्या
हारा गया मैं
जीतता ही
तो जीतना कहाता
लहर भर पूरा देखा भी न था
और पटल पर पाटल सा चेहरा
उग-उग आता है।
चौथाई दरवाजा खोल
निमिष भर नेह से निहारा क्या
हारा गया मैं
जीतता ही
तो जीतना कहाता
लहर भर पूरा देखा भी न था
और पटल पर पाटल सा चेहरा
उग-उग आता है।