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फ़्योंलडिया / शिव प्रसाद पोखरियाल

फ्योंलडिया त्वे देखिक औंदी यो मन मा
तेरो मेरो साथ छयो पेला जनम मा
 फ्योंलडिया त्वे देखिक औंदी यो मन मा
तेरो मेरो साथ छयो पेला जनम मा।

मुंड की घुंगर्याली लटूली,
सूरी जैसी कीरणी
बिगरेली खुट्योन हिटदी,
डांडयों की सी हीरणी
छुण छुण छुमणाट… छुण
छुण छुण चूडयों कु छुमणाट हाथों मा
तेरो मेरो साथ छयो पेला जनम मा
फ्योंलडिया त्वे देखिक औंदी यो मन मा
तेरो मेरो साथ छयो पेला जनम मा।

गोरी मुखड़ी मा जब तू घूँघट खेंचदी
धोतिन हुठण्यों दबेकी मुल-मुल की हेन्सदी
झिलमिल झिमलाट तेरो
झिलमिल फुल्ली कु झिमलाट नाक मा
तेरो मेरो साथ छयो पेला जनम मा
फ्योंलडिया त्वे देखिक औंदी यो मन मा
तेरो मेरो साथ छयो पेला जनम मा।
     
 पाणी की घागरी लेकी जब उकाली आंदी तू
 देखिक मैं बौगा ह्वेकी मुखड़ी फरकान्दी तू
 देखिक आन्ख्यों कु सर...
 अरे देखिक आन्ख्यों कु सरमाणु मन मा
 तेरो मेरो साथ छयो पेला जनम मा
फ्योंलडिया त्वे देखिक औंदी यो मन मा
तेरो मेरो साथ छयो पेला जनम मा।