Last modified on 25 सितम्बर 2013, at 14:16

फागण आग्या / रामफल चहल

कोयल कू कू कर रही शोर, आया देख आम पै बोर
छाई मस्ती चारों ओर लागै सै इब फागण आग्या.............
होली सभी बणावण लाग, खेतां तैं झाड़ी ल्यावण लागे
गीत खुशी के गावण लागे लागै सै इब फागण आग्या...........
गेहूं चणे जौं पाकण लागे सरसों न इब काटण लागे
बेरी के बेर चाक्खण लागे लागै सै इब फागण आग्या...........
बुढ़िया भी उधम मचावण लागी, नाचण न बुलावण लागी
छोहरी रल मिल गावण लागी लागै सै इब फागण आग्या..........
गोरै म्हं कट्ठी हुई लुगाई, धमाचौकड़ी खूब मचाई
बीच म्हं आकै नाच्चै ताई, लागै सै इब फागण आग्या.........
गोरै म्हं हुअया गजब नजारा कट्ठी होग्यी सतरा अठारा
बोली यो संदेश दे दिया म्हारा लागै सै इब फागण आग्या...........
एक का बालम कती काळा, घरक्यां नै करया मोटा चाळा
बांध जूड़ कुठले म्हं डाल्या लागै सै इब फागण आग्या..........
एक का बालम छोटा छोहरा, न्यारी होण का झगड़ा होरह्या
गौरी का सै गजब डठोरा लागै सै इब फागण आग्या..........
कंत एक का जा रह्या दूर, सुध बुध खो बैठी वा हूर
न्यूं बोली ना खेलूं लुहूर लागै सै इब फागण आग्या...........
दो बहुआं का था आच्छा प्यार, आज आपस म्हं हुई तकरार
न्यूं बोली चल ससुर दरवार लागै सै इब फागण आग्या...........
पूर्णमासी नै होली आग्यी, रंगा की भर झोली आग्यी
टाट भून आज धन्नौ खागी लागै सै इब फागण आग्या............
नई नई चीज मंगावण लागी, पति न लेण ख्ंादावण लागी
धरती न दलकावण लागी लागै सै इब फागण आग्या.........
होली नै मंगलावण चाल, गीत खुशी के गावण चाले
प्रह्लाद न बचावण चाले लागै सै इब फागण आग्या...........
देवर हो आगै रहे भाग, भाभी के संग खेलैं फाग
कहै तोड़ूगी तन्नै नरभाग लागै सै इब फागण आग्या...........
आज कीचण गंदगी कोए ना डारे, भेदभाव मिटावै सारे
कट्ठे होकै खेलो सारे लागै सै इब फागण आग्या...........
चहल आज गीत बणावण लाग्या, मोहन न समझावण लाग्या
ले पिचकारी बाहर नै आज्या लागै सै इब फागण आग्या...........