फुटकर शेर / जोश मलसियानी

1. वो इस दुनिया की हसरत में, न उस दुनिया की हसरत में,
  ख़ुदा जाने तेरा दीवाना किस दुनिया में रहता है।


2.जिस को तुम भूल गए याद करे कौन उस को,
   जिस को तुम याद हो वो और किसे याद करे।


3. तुझको अपनी ख़बर नहीं ऐ 'जोश',
      तू ख़ुदाई के राज क्या जाने।


4.पी लोगे तो ऐ शैख़ ज़रा गर्म रहोगे,
ठंडा ही न कर दें कहीं जन्नत की हवाएँ।


5.कर दिया सब को तिरे तीर-ए-नज़र ने सैराब
   जिस के सीने पे लगा उस ने न माँगा पानी ।

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