बिल्ली यह बोली चूहों से
आओ, खेलें हम फुटबॉल,
देखे तुममें हिम्मत कितनी
कितने तुम कर पाते गोल?
चूहो ने मिल-जुलकर खेला
औ’ बिल्ली को खूब छकाया,
देख दुर्दशा अपनी ऐसी
मौसी जी को गुस्सा आया।
एक बार में गोल करूँ मैं
सोच जोर का पंजा मारा,
बॉल गिरी जा दूर नदी में
उतर गया बिल्ली का पारा।