भाई है सबद
कै लुगाई है-
म्हारी
या जांटी है
हेली खांटी है
धोरै रो मिंदर है
या समंदर है
समझ नीं आई आ बात
के औ बारै है कै अंदर है।
भाई है सबद
कै लुगाई है-
म्हारी
या जांटी है
हेली खांटी है
धोरै रो मिंदर है
या समंदर है
समझ नीं आई आ बात
के औ बारै है कै अंदर है।