मां है तूं भाखा
-साखा
हूं म्हैं तो अेक तेरी पतळी-सी
गळी हुवै जियां कोई संकड़ी-सी
जठै अंधारघुप है
देखी मां!
अबकै स्याणा चुप है।
मां है तूं भाखा
-साखा
हूं म्हैं तो अेक तेरी पतळी-सी
गळी हुवै जियां कोई संकड़ी-सी
जठै अंधारघुप है
देखी मां!
अबकै स्याणा चुप है।