सफेद झक
उजले-उजले
वसन पहन
निकला मैं घर से
उपमा दी लोक ने-
'चिड़ी की बींठ सरीखा।'
विष्टा में भी
सुंदरता के दर्शन!
वाह रे, गजब सौंदर्यबोध।
2005
सफेद झक
उजले-उजले
वसन पहन
निकला मैं घर से
उपमा दी लोक ने-
'चिड़ी की बींठ सरीखा।'
विष्टा में भी
सुंदरता के दर्शन!
वाह रे, गजब सौंदर्यबोध।
2005