Last modified on 9 जून 2016, at 03:47

बुलबुल / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

बुलबुल रानी गेलै जा
फोॅल-फलारी खैलोॅ जा।

सिर पर तोरोॅ मोर गजब
पूरब में ज्यों भोर गजबं

कोयल रं तोंय कारी छोॅ
होने सब लेॅ प्यारी छोॅ।

दिखौ घोॅर, आ खेतोॅ में
कहीं दिखौ नै रेतोॅ में।

झाड़ी तोरोॅ राजभवन
हमरोॅ घोॅर करै गनगन।