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बेतवा किनारे-2 / नागार्जुन

लहरों की थाप है
मन के मृदंग पर बेतवा-किनारे
गीतों में फुसफुस है
गीत के संग पर बेतवा-किनारे
क्या कहूँ, क्या कहूँ
पिकनिक के रंग पर बेतवा-किनारे
मालिश फ़िज़ूल है
पुलकित अंग-अंग पर बेतवा-किनारे
लहरों की थाप है
मन के मृदंग पर बेतवा-किनारे


(1979 में रचित)