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बैलगाड़ी / राजेंद्र 'मिलन'

धीमे-धीमे चलती, दो बैलों की गाड़ी,
आगे बढ़ती जाती खट-खट करती गाड़ी।
आगे बैठे चाचा, हाँक रहे हैं गाड़ी,
पीछे बैठा ननकू, देखे जंगल-झाड़ी।