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भविष्य फल / पुरूषोत्तम व्यास

वह रोज़ पढ़ा करता
अपना
भविष्य फल

उसमें लिखा रहता
घर-परिवार में अशांती रहेगी
तबीयत नरम-गरम रहेगी
चोट लगने की संभावना है

घर में अतिथि का आगमन होगा
याञा का योग
बच्चों की उन्नति होगी

अब मैं ही पढ़ता भविष्य फल
क्योकि अब
उसको कोई चिंता ही नहीं रही