बहुत पहले एक शुभाकांक्षी ने कहा था यह नाम ठीक नहीं
उसकी तनाव भरी आँखों में चिन्ता थी हंसा था मैं
एक बड़े कवि ने कहा जब देखा मैंने नाम सोचा
इब्बार रब्बी की तरह कोई खेल है
नाम के साथ भाषा जुड़ी होती है
जैसे होती दाढ़ी के साथ
यह सब ख़ुद नहीं जानते
लोग हमें बतलाते हैं
एक दिन हम ख़ुद सोचने लगते हैं
अपने किस नाम की भाषा हिन्दू है और किसकी सिख
दस साल हुए वाकई डरता हूँ अपने नाम से
कैसे गाया था उसने ईश्वर अल्लाह तेरो नाम !
1992
लीजिए, अब इसी कविता का अँग्रेज़ी अनुवाद पढ़िए
Laltu
The Tongue
A while back a well-wisher suggested that this name is not good
His sight was stressed with worries and I laughed
A poet laureate said that when he saw the name
He thought that it must be a word-game like Ivar Ravi
A tongue comes with a name
Like it comes with the beard
We may not know all this
People come and tell you
And one day the thought enters the mind
Which of my names is Hindu and which is Sikh
It has been ten years that I do fear having this name
‘Wonder how the man sung Ishwar Allah Tero naam!
1992