आपां सगळा
'इगो' सारू लड़ां
अर अेक दूजै रै बिचाळै
खींचद्यां भींत
जकी
बधै रातोरात
मैं'गाई ज्यूं
पछै
भळै 'इगो' टकरावै
तद
भींत
कीं' और बध ज्यावै।
आपां सगळा
'इगो' सारू लड़ां
अर अेक दूजै रै बिचाळै
खींचद्यां भींत
जकी
बधै रातोरात
मैं'गाई ज्यूं
पछै
भळै 'इगो' टकरावै
तद
भींत
कीं' और बध ज्यावै।