Last modified on 18 अगस्त 2017, at 20:58

भूल / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

छुछुन्दर नें
छुछुंदरनी सें कहलकै
एक दिन
जंगली जानवरें मिल केॅ
आदमी सें कहलकै
आबेॅ लौटी चलें
फिरो सें
चिर में
चीरहरण नैं होइतै
कोनों घोर में