छुछुन्दर नें
छुछुंदरनी सें कहलकै
एक दिन
जंगली जानवरें मिल केॅ
आदमी सें कहलकै
आबेॅ लौटी चलें
फिरो सें
चिर में
चीरहरण नैं होइतै
कोनों घोर में
छुछुन्दर नें
छुछुंदरनी सें कहलकै
एक दिन
जंगली जानवरें मिल केॅ
आदमी सें कहलकै
आबेॅ लौटी चलें
फिरो सें
चिर में
चीरहरण नैं होइतै
कोनों घोर में