छत पर सूख
रही थी मिर्ची
थोड़ी हरी थी
थोड़ी लाल
भिंन भिन करती
आई मक्खी
लगे टपकने उसके
लार।
इधर-उधर मक्खी
ने देखा
छत पर थी एक
बूढ़ी कक्की
नज़र बचा के
उस कक्की से
मिर्ची लेकर
उड़ गई मक्खी।
छत पर सूख
रही थी मिर्ची
थोड़ी हरी थी
थोड़ी लाल
भिंन भिन करती
आई मक्खी
लगे टपकने उसके
लार।
इधर-उधर मक्खी
ने देखा
छत पर थी एक
बूढ़ी कक्की
नज़र बचा के
उस कक्की से
मिर्ची लेकर
उड़ गई मक्खी।