Last modified on 5 अप्रैल 2017, at 17:49

मटमैलोॅ अँचरा माँगै / राजकुमार

धरती रोॅ छाती फाटै, काँपै छै लोर गे
मटमैलोॅ अँचरा माँगै, सुरजोॅ सें भोर गे

आसलोॅ-तबासलोॅ-सुखलोॅ, टूसा रं ठोर गे
मरुवैलोॅ पत्ता-पत्ता, टूटलोॅ छै डोर गे

काँटा रं रौदा-रौदा, लहकै छै टोर गे
उधियैलोॅ हावा-हवा, टूटै पोरे-पोर गे,

मुरझैलोॅ बँसुरी-बगिया, लँहगा-पटोर गे
झुरमैलोॅ क्यारी-क्यारी, चिरईं के शोर गे

ममता लोरैली माँगै, कुसुमी ईंजोर गे
चुनमुन चिरइयाँ चहकै, ललियैलोॅ ठोर गे