दोपहर में फिर दिखा सूरज मुझे
संसद भवन के चक्कर लगाता
घोटालों की दुनिया में
छुपता-छुपाता
एक मंत्री की
भारी-भरकम
कुर्सी पर बैठा हुआ ।
दोपहर में फिर दिखा सूरज मुझे
संसद भवन के चक्कर लगाता
घोटालों की दुनिया में
छुपता-छुपाता
एक मंत्री की
भारी-भरकम
कुर्सी पर बैठा हुआ ।