मिस्टर शरद
लगाकर हैट,
चले खेलने
लेकर बैट।
हाथों में
पहने दस्ताने,
चाल गजब की
मारे ताने।
इधर घुमाया
उधर घुमाया,
बल्ला अपना
खूब चलाया।
मारे चौके,
मारे छक्के,
देख-देख सब
हक्के-बक्के।
पर आया जब
चिल्ला जाड़ा,
आते ही वह
खूब दहाड़ा।
भूले तिकड़ी
छोड़ अखाड़ा,
सी-सी पढ़ने
लगे पहाड़ा।