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मुकरी / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'

1.
मीठ बोली रंग छै काला,
देखी-देखी मन मतवाला,
देखै में कत्ते रमनिक,
की सखि, कौआ?
नै सीख’ इ तेॅ पिक।

2.
रोजे हंगामा होत्हैं छै
कभी हाथापाई होय छै
मान-अपमान नहिये पसन्द
की ताड़ी खाना?
नै संसद।

3.
बहुमत वास्तें लगावै भीड़,
तैय्योॅ मन नै होय छै धीर
नोट लुटावै भर-भर थैली
की सखि चुनाव?
नै सखि रैली।

4.
हरदमें छाती चूमतै छै,
गल्लोॅ पकड़ी केॅ झूमै छै,
रोकोॅ तेॅ छोड़ेॅ नेॅ पियार,
की सखि साजन
नै सखि गलहार।

5.
उपकारी तेॅ संत जैसनों
देखौ में नहियें वैसनों
रोगी सेवा में रत सहर्ष,
की सखि सेवक?
उ तेॅ सखि नर्स।

6.
देखै में छै, गोरोॅ-गोरोॅ
विद्यालय में प्रधानाध्यापक,
नेता वाला करै छै काम,
की सखि राधाकान्त?
नै सखि, श्याम।

7.
हरदमें छाती चूमतै छै,
गल्लोॅ पकड़ी केॅ झूमेॅ छै,
रोकोॅ तेॅ छोड़ेॅ नेॅ पियार,
की सखि साजन
नै सखि गलहार।

8.
उपकारी तेॅ संत जैसनों
देखौ में नहियें वैसनों
रोगी सेवा में रत सहर्ष,
की सखि सेवक?
उ तेॅ सखि नर्स।

9.
देखै में छै, गोरोॅ-गोरोॅ
विद्यालय में प्रधानाध्यापक,
नेता वाला करै छै काम,
की सखि राधाकान्त?
नै सखि, श्याम।